हर दिन करे नयी शुरुवात

नए साल की नई चुनौतियां नए वर्ष का आगमन हम सब को देश और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत और सक्रिय करने की ना केवल अभिलाषा जगह बल्कि उसे पूरा करने का भी मार्ग भी दिखाएं । नए वर्ष का एक महीना ख़त्म ह चूका है । कई सारे लोगो ने बहुत से वादे किये होंगे की इस साल यह नया करेंगे और फिर उसे पूरा न कर पाए हो । इसी ब्बत को लेकर आजका लेख है ......


                                         


 नए वर्ष के 1 महीने का अंत हो चुका है नववर्ष का आगमन किसी भी परिस्थितियों में हो वह लोगों में शुभ का संचार करता है और कुछ नया और बेहतर होने की उम्मीद हमें देता है यही उम्मीद व्यक्ति समाज एवं राष्ट्र को प्रेरित करती है और संचालित करती है जैसे तो हर क्षण नया ऑप्शन लेकर आता है।  लेकिन नई उम्मीद का आगमन  एक ऐसा समय होता है जो सकारात्मक भाव को पुष्ट करता है। यह समय कुछ बेहतर करने की इच्छा पैदा करने के साथ ही अतीत की भूलों से बचने और उनके सबक सीखने का अवसर प्रदान करता है. लेकिन उपयोगी साबित होता है जब नकारात्मकता के आसपास जो कुछ घट रहा है उसे सही संदर्भ में देखा जाए ऐसा व्यक्ति अपने साथ ही समाज एवं राष्ट्र के समस्त मानवता के हित में कुछ करने में समर्थ हो सकता है।


ऐसे उदाहरण हैं जो यह बताते हैं कि कैसे एक अकेले व्यक्ति या फिर एक छोटे से समूह ने अपने बलबूते संभव कर दिखाया जो कसम खाते हैं किसी ने अपनी सामर्थ्य से अपने आसपास के लोगों को तो राह दिखाई शासन एवं प्रशासन को भी और ऐसा ही सफलता की है कि हम भारत के आम लोगों सरकारी प्रयासों के तहत ही नहीं सभी सार्वजनिक स्थलों पर साफ सफाई के प्रति जागरूक हो रहे हमारा देश के सरकारी तंत्र के जरिए ही संचालित होता देश बनता है और बढ़ता है आम लोगों के सहयोग और समर्पण भाव से देश बनाने का काम सही तरह तब होता है जब समाज सुशिक्षित बनता है और अपनी आबादी का नियोजन बेहतर ढंग से करने को तत्पर रहता है इस क्रम में लोगों को समाज के कमजोर तबकों के प्रति विशेष संवेदनशीलता तो दिखानी होती है नारी सशक्तिकरण जैसे लक्ष्यों की प्राप्ति को भी दे बनाना चाहता है अब तो हम उस कालखंड में है जहां हमें समाज और राष्ट्र निर्माण की चिंता करने के साथ ही जल संरक्षण एवं पर्यावरण के संरक्षण को लेकर भी विशेष सजग रहने की सख्त जरूरत है। इससे बेहतर और कुछ नहीं कि नए वर्ष का आगमन हम सब ने उसी तरीके से किया और उसी तरीके से पूरे के पूरे वर्ष को नई ऊर्जा कोशिश करेंगे कि हम उस पूरे के पूरे साल में अपने जीवन को बेहतर कर सके और समाज एवं देश के उत्थान के लिए अपने कर्तव्यों का पालन कर सके।